गूगल बाबा, जी हाँ विश्व में फैला ऐसा सर्च इंजन जो चंद सेकंड में आपको किसी भी चीज़ से जुडी पूर्ण जानकारी देगा. जब भी हमें किसी चीज़ का जवाब नहीं पता होता हम जाते है गूगल बाबा के पास और लेते है सवालों के जवाब. अगर बात करें गूगल की तो यहाँ हर दिन किसी मुख्य अथवा महत्वपूर्ण दिन को ध्यान में रखते हुए एक डूडल बनाया जाता है. और आज अथार्त 4 मई 2024 को गूगल ने अपने डूडल पर Hamida Banu को प्रमोट किया है.
आपके मन में सवाल जरुर उठ रहा होगा की कौन है Hamida Banu? तो और सस्पेंस नहीं बढ़ाते हुए आइये जानते है Hamida Banu की जिंदगी से जुड़े कुछ किस्सों और घटनाओं पर :
कौन है Hamida Banu?
हमीदा बानो का जन्म 1900 के दशक की शुरुआत में उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ के पास पहलवानों के एक परिवार में हुआ था। उन्होंने प्रारम्भ से ही कुश्ती की कला का अभ्यास करना शुरू किया था इस प्रकार उन्होंने 1940 और 1950 के दशक के अपने करियर में 300 से अधिक प्रतियोगिताओं में जीत दर्ज की।
क्यों है Hamida Banu के नाम का चर्चा?
जब हमीदा बानो ने एथलेटिक्स में अपना एक अलग नाम बनाया था उस वक्त महिलाओं की इन क्षेत्रों में भागीदारी को गलत माना जाता था। यही नहीं उस दौरान इस क्षेत्र का सीधा-सीधा सम्बन्ध पुरुषों से माना जाता था, परन्तु उस समय की आयरन लेडी हमीदा बानो के समर्पण ने उन्हें जीत दिलाईं। उन्होंने पुरुष पहलवानों को खुलेआम चुनौती दी, यहाँ तक कि उन्हें हराने के लिए पहले पहलवान से शादी तक की शर्त भी लगा दी।
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हमीदा बानो के नाम अंतरराष्ट्रीय खिताब दर्ज हैं। उन्होंने रूसी पहलवान वेरा चिस्टिलिन के खिलाफ कुश्ती मैच मात्र दो मिनट से भी कम समय में जीत लिया। मुकाबलों में लगातार जीत के बाद हमीदा बानो के चर्चे देश विदेश में जमकर होने लगे। यही नहीं कई साड़ी महिलाएं उनसे प्रेरणा लेकर आगे बढ़ने लगी और कुश्ती के समान ही अन्य पुरुष प्रधान माने जाने वाले क्षेत्रों में अपना कदम बढाने लगी. उनके खानपान की शैली और उनके डाइट को मीडिया द्वारा भी पूर्ण रूप से कवर किया गया था।
किसने डिजाईन किया है यह डूडल:
यह डूडल बेंगलुरु की जानी मानी कलाकार दिव्या नेगी द्वारा, भारतीय पहलवान हमीदा बानू को चित्रित करते हुए डिजाईन किया गया है.
आज के दिन ही क्यों लगाया गया है यह डूडल:
आज के दिन इस डूडल को लगाने की मुख्य वजह यह है की आज के दिन ही हमीदा बानो को इंटरनेशल लेवल पर एक अलग पहचान मिली थी 1954 में आज ही के दिन कुश्ती मैच में उन्होंने प्रसिद्द पहलवान बाबा पहलवान को मात्र 1 मिनट और 34 सेकंड में हराया था. जो विश्व रिकॉर्ड में दाखिल है.