Sharda Sinha: बिहार की प्रसिद्ध गायिका शारदा सिन्हा का मंगलवार को दिल्ली एम्स में निधन हो गया. सूत्रों के अनुसार शारदा सिन्हा काफी लम्बे समय से कैंसर से जंग लड़ रही थी. सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, सिन्हा का रात नौ बजकर 20 मिनट पर सेप्टिसीमिया की वजह से सदमा लगने के कारण निधन हो गया। अगर बात करें सिन्हा के करियर की तो उन्हें बिहारी संगीत की ऊँचाइयों पर पहुँचाया था. इसी वजह से उन्हें पद्म भूषण से सम्मानित भी किया गया था.
Sharda Sinha: બિહાર કોકિલા તરીકે જાણીતા શારદા સિંહાનું નિધન
कौन है Sharda Sinha ?
अगर बात करें शारदा सिन्हा की तो उन्होंने 1970 के दशक से संगीत के क्षेत्र में भोजपुरी, मैथिली और हिंदी लोक संगीत में अपना असीम योगदान दिया है। उनके संगीत कला की अनूठी विधा को 2018 में पद्म भूषण से मान्यता दी गई थी, और उन्हें क्षेत्रीय सिनेमा में उनके योगदान के लिए राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार से भी सम्मानित किया गया था.शारदा सिन्हा बिहार के प्रमुख संगीतकारों में से एक हैं।
ना मात्र लोक संगीत बल्कि बॉलीवुड में भी दिया है Sharda Sinha ने योगदान :
शारदा सिन्हा ने अपनी गायकी को मात्र क्षेत्रीय संगीत तक ही सिमित नहीं रखा उन्होंने हम आपके हैं कौन फिल्म के बाबुल जो तुमने सिखाया गाने से कई लोगों की आंखों में आंसू ला दिए हैं।
वहीँ सलमान खान की सुपरहिट फिल्म मैंने प्यार किया के “कहे तोसे सजना” गीत ने सभी का मन मोह लिया था. यही नहीं अभी गैंग्स ऑफ वासेपुर में ‘तार बिजली’ गीत से भी ना जाने कितने लोगो को अपनी आवाज का कायल बनाया था.
छठ पूजा है शारदा सिन्हा के गीतों के बिना अधूरी:
बिहार में जब भी छठ पूजा की जाती है उस समय शारदा सिन्हा के गीतों का होना तो मानों अतिआवश्यक है उनके छठ पूजा के चर्चित गीत कुछ इस प्रकार है न सूरज माल झपके झुके, हे छठी मैया, हो दीनानाथ, बहंगी लचकट जाए, रोज रोजे उगेला, सुना छठी माई, जोड़ी जोड़ी सुपावा आदि ।