12 जून 2025 को अहमदाबाद से लंदन के लिए उड़ान भरने वाली Air India की फ्लाइट AI171 का Boeing 787-8 Dreamliner विमान टेकऑफ़ के कुछ ही क्षणों बाद दुर्घटनाग्रस्त हो गया। इस हादसे में विमान में सवार 241 लोगों की मौत हो गई, जबकि 28 से अधिक लोग जमीन पर भी मारे गए। यह घटना अब तक की सबसे भीषण विमान दुर्घटनाओं में से एक मानी जा रही है।
DGCA का सुरक्षा जांच आदेश
इस भयंकर हादसे के बाद, भारत के विमानन नियामक Directorate General of Civil Aviation (DGCA) ने Air India के सभी Boeing 787-8 और 787-9 विमानों की सुरक्षा जांच का आदेश दिया है। यह कदम विमान की तकनीकी स्थिति और सुरक्षा मानकों की समीक्षा करने के लिए उठाया गया है। विशेष रूप से उन विमानों पर ध्यान केंद्रित किया जाएगा जो General Electric के GEnx इंजन से लैस हैं, क्योंकि AI171 में भी यही इंजन था।
हादसे का विवरण
AI171, जिसका पंजीकरण नंबर VT-ANB था, अहमदाबाद से लंदन के लिए उड़ान भर रहा था। विमान टेकऑफ़ के लगभग 30 सेकंड बाद ही B.J. मेडिकल कॉलेज के होस्टल ब्लॉक से टकरा गया। इस दुर्घटना में 241 लोग मारे गए, जिसमें 230 यात्री और 12 चालक दल के सदस्य शामिल थे। यह हादसा Boeing 787 Dreamliner के इतिहास में पहला पूर्ण नुकसान और सबसे गंभीर दुर्घटना है।
जांच और प्रतिक्रिया
भारत सरकार ने इस हादसे की गंभीरता को देखते हुए जांच के लिए उच्च स्तरीय टीम गठित की है। इसमें भारत के Aircraft Accident Investigation Bureau (AAIB), ब्रिटेन की Air Accidents Investigation Branch (AAIB), और अमेरिका की National Transportation Safety Board (NTSB) शामिल हैं। विमान के दोनों ब्लैक बॉक्स और एक डिजिटल वीडियो रिकॉर्डर (DVR) बरामद किए गए हैं, जिनसे दुर्घटना के कारणों का पता लगाने में मदद मिलेगी।
DGCA की पूर्ववर्ती कार्रवाइयाँ
यह पहली बार नहीं है जब DGCA ने Air India के सुरक्षा मानकों पर सवाल उठाए हैं। 2023 में, DGCA ने एयरलाइन के आंतरिक सुरक्षा ऑडिट में गड़बड़ियाँ पाई थीं, जिसमें 13 मामलों में रिपोर्टें झूठी पाई गईं। इस पर Air India के फ्लाइट सेफ्टी प्रमुख को एक महीने के लिए निलंबित किया गया था।
भविष्य की दिशा
DGCA के ताजा आदेश के बाद, Air India को अपने सभी Dreamliner विमानों की विस्तृत तकनीकी जांच करनी होगी। इसमें इंजन, फ्लैप और स्लैट्स की स्थिति, और उड़ान के दौरान शोर और कंपन की निगरानी शामिल होगी। इसके अतिरिक्त, विमानन सुरक्षा संस्कृति को मजबूत करने के लिए प्रशिक्षण और निगरानी तंत्र को भी सुदृढ़ किया जाएगा।
निष्कर्ष
AI171 की दुर्घटना ने भारतीय विमानन उद्योग को झकझोर कर रख दिया है। DGCA का सुरक्षा जांच आदेश एक सकारात्मक कदम है, जो यह सुनिश्चित करेगा कि भविष्य में ऐसी घटनाएँ न हों। हालांकि, यह भी आवश्यक है कि Air India अपनी आंतरिक प्रक्रियाओं और सुरक्षा मानकों में सुधार करे, ताकि यात्रियों का विश्वास बहाल किया जा सके और विमानन सुरक्षा को प्राथमिकता दी जा सके।