12 जून 2025 को अहमदाबाद से लंदन के लिए उड़ान भरने वाली Air India की फ्लाइट AI171, एक Boeing 787-8 Dreamliner, टेकऑफ़ के कुछ ही क्षणों बाद दुर्घटनाग्रस्त हो गई। इस भीषण हादसे में 241 लोगों की मौत हो गई और कई अन्य घायल हुए। इस लेख में हम इस दुर्घटना के बाद की प्रमुख घटनाओं और प्रतिक्रियाओं का विश्लेषण करेंगे।
दुर्घटना स्थल पर बचाव कार्य
दुर्घटना के तुरंत बाद, अहमदाबाद एयरपोर्ट पर उड़ानें स्थगित कर दी गईं। दमकल गाड़ियाँ, एंबुलेंस, और एनडीआरएफ की टीमें मौके पर पहुंचीं। सीआईएसएफ, सीआरपीएफ, और भारतीय सेना के जवानों ने राहत और बचाव कार्यों में भाग लिया। अहमदाबाद नगर निगम ने मलबा हटाने के लिए भारी उपकरणों का उपयोग किया। अस्पतालों में आपातकालीन सेवाएँ सक्रिय की गईं और घायलों को त्वरित चिकित्सा सहायता प्रदान की गई।
जांच और तकनीकी विश्लेषण
दुर्घटना की जांच के लिए भारत के एयरक्राफ्ट एक्सीडेंट इन्वेस्टिगेशन ब्यूरो (AAIB) ने टीम गठित की। ब्रिटेन की एअर एक्सीडेंट्स इन्वेस्टिगेशन ब्रांच और अमेरिका की नेशनल ट्रांसपोर्टेशन सेफ्टी बोर्ड (NTSB) के विशेषज्ञ भी जांच में शामिल हुए। विमान के दोनों ब्लैक बॉक्स और एक डिजिटल वीडियो रिकॉर्डर (DVR) बरामद किए गए हैं, जिनसे दुर्घटना के कारणों का पता लगाने में मदद मिलेगी।
DGCA का सुरक्षा जांच आदेश
दुर्घटना के बाद, भारत के विमानन नियामक Directorate General of Civil Aviation (DGCA) ने Air India के सभी Boeing 787-8 और 787-9 विमानों की सुरक्षा जांच का आदेश दिया है। विशेष रूप से उन विमानों पर ध्यान केंद्रित किया जाएगा जो General Electric के GEnx इंजन से लैस हैं, क्योंकि AI171 में भी यही इंजन था।
राजनीतिक और अंतर्राष्ट्रीय प्रतिक्रियाएँ
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दुर्घटना पर गहरा शोक व्यक्त किया और प्रभावित परिवारों को हर संभव सहायता का आश्वासन दिया। गृह मंत्री अमित शाह ने गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल से बात की और राहत कार्यों के लिए निर्देश दिए। ब्रिटेन, पुर्तगाल और कनाडा ने अपने नागरिकों के लिए काउंसुलर सहायता सक्रिय की। ब्रिटिश प्रधानमंत्री कीर स्टार्मर ने भी शोक व्यक्त किया।
एयर इंडिया और बोइंग की प्रतिक्रियाएँ
एयर इंडिया के अध्यक्ष नटराजन चंद्रशेखरन ने दुर्घटना की पुष्टि की और प्रभावित परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त की। टाटा समूह ने मृतकों के परिवारों को 10 लाख रुपये की सहायता राशि प्रदान की और घायलों के चिकित्सा खर्चों का वहन करने की घोषणा की। बोइंग और GE एयरोस्पेस ने भी अपनी टीम भेजी और जांच में सहयोग की पेशकश की।
संभावित कारणों की जांच
- प्रारंभिक जांच में कई संभावित कारणों पर विचार किया जा रहा है:
- इंजन या थ्रस्ट असफलता: विशेषज्ञों का मानना है कि इंजन में कोई तकनीकी खराबी हो सकती है।
- विंग फ्लैप्स की स्थिति: गलत फ्लैप सेटिंग्स से विमान को पर्याप्त लिफ्ट नहीं मिल पाई हो।
- पायलट की गलती: हालांकि चालक दल अनुभवी था, फिर भी कुछ तकनीकी गलतियाँ हो सकती हैं।
- उच्च तापमान: 40°C के तापमान में हवा की घनता कम होने से लिफ्ट प्रभावित हो सकती है।
- बर्ड स्ट्राइक: अहमदाबाद एयरपोर्ट के पास पक्षियों की अधिकता के कारण इंजन में पक्षी फंसने की संभावना।
- ओवरलोडिंग: हालांकि यह संभावना कम है, फिर भी विमान का वजन अधिक हो सकता है।
विमानन सुरक्षा पर वैश्विक चिंता
यह दुर्घटना बोइंग 787 Dreamliner के इतिहास की पहली पूर्ण नुकसान और सबसे गंभीर दुर्घटना है। इससे विमानन सुरक्षा मानकों पर वैश्विक चिंता बढ़ गई है। विशेषज्ञों का मानना है कि इस घटना से विमानन उद्योग को सुरक्षा प्रक्रियाओं की पुनः समीक्षा करने की आवश्यकता है।
निष्कर्ष
AI171 की दुर्घटना ने भारतीय विमानन उद्योग को झकझोर कर रख दिया है। इस घटना ने सुरक्षा मानकों की समीक्षा और सुधार की आवश्यकता को उजागर किया है। आगे बढ़ते हुए, यह आवश्यक है कि सभी संबंधित पक्ष मिलकर सुरक्षा प्रक्रियाओं को मजबूत करें ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं से बचा जा सके।