प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने गुजरात के गरबा को वैश्विक पहचान दिलाने और गरबा संस्कृति के साथ पर्यटन गतिविधियों को वैश्विक स्तर पर बढ़ावा देने के लिए 2011 से इस नवरात्रि महोत्सव की शुरुआत कराई है।
राज्य सरकार के पर्यटन तथा सांस्कृतिक गतिविधि विभाग की ओर से इस नौ दिवसीय नवरात्रि महोत्सव का आयोजन किया गया है।
नवरात्रि महोत्सव 2023 के उद्घाटन अवसर पर अहमदाबाद के प्रभारी और राज्य के स्वास्थ्य मंत्री श्री ऋषिकेशभाई पटेल, पर्यटन मंत्री श्री मुळूभाई बेरा, खेल, राज्य मंत्री श्री जगदीश विश्वकर्मा, अहमदाबाद की महापौर श्रीमती प्रतिभा जैन, अहमदाबाद के सांसद श्री किरीटभाई सोलंकी और हसमुखभाई पटेल और कई विधायकों सहित मुख्य सचिव श्री राज कुमार एवं वरिष्ठ सचिवगण, आमंत्रितगण और विशाल संख्या में गरबा प्रेमी उपस्थित रहे
उद्घाटन समारोह में ‘शक्तिरुपेण संस्थिता’ की थीम पर मल्टीमीडिया सांस्कृतिक कार्यक्रम एवं महाआरती का आयोजन किया गया।
नवरात्रि महोत्सव के मुख्य आकर्षण के अंतर्गत एन्सिलरी स्टेज पर राज्य स्तरीय गरबा प्रतियोगिता दिनांक 16 से 23 अक्टूबर तक प्रतिदिन शाम 6 बजे शुरू होगी।
इसके अलावा, दिनांक 16 से 23 अक्टूबर तक प्रतिदिन रात 9 से 12 बजे के दौरान परंपरागत शेरी गरबा कार्यक्रम का भी आयोजन किया गया है।यहां सुप्रसिद्ध गरबा गायकों की सुरीली आवाज और संगीत वाद्ययंत्रों की लयबद्ध ताल पर हजारों की संख्या में खेलैया गरबा खेलेंगे।इतना ही नहीं, 16 से 23 अक्टूबर के दौरान रात 11:45 बजे महाआरती का भी सुंदर आयोजन किया गया है।
दिनांक 15 से 23 अक्टूबर तक प्रतिदिन शाम 5 से 12 बजे तक थीम पवेलियन, क्राफ्ट बाजार, फूड स्टॉल्स, आनंद नगरी और बाल नगरी के अलावा साबरमती आश्रम जैसे थीम-आधारित गेट और अटल ब्रिज, डांडिया द्वार, ‘दीया’ और ‘कलश’ सहित कई अन्य मुख्य आकर्षण लोगों का ध्यान आकर्षित करेंगे।
भारत की ऐतिहासिक, सांस्कृतिक और धार्मिक विरासत को उजागर करने वाले विभिन्न स्थल और घटनाएं जैसे कि चार वेद, राम मंदिर, मोढेरा सूर्य मंदिर, चंद्रयान, तेजस (स्वदेशी लड़ाकू विमान), खेल जगत के मशहूर खिलाड़ियों के जीवन की झलक, मां आदिशक्ति के नौ स्वरूप, स्टैच्यू ऑफ यूनिटी और थिमेटिक टनल जैसे थीम-आधारित विभिन्न स्थलों की झांकी प्रस्तुत करने का भी आयोजन किया गया है।
गुजरात की हस्तकला और उसके कारीगरों को प्रोत्साहन देने के उद्देश्य से आयोजन स्थल पर स्टॉल्स लगाए गए हैं।
इसके माध्यम से नागरिकों को गुजरात की अनोखी हस्तकला कारीगरी से रूबरू होने का अवसर मिलेगा तथा कारीगरों को भी अपने उत्पादों की बिक्री के लिए एक बेहतर प्लेटफॉर्म उपलब्ध होगा।