• योजना को व्यापक फलक पर मिली सफलता और जनसमर्थन के चलते और तीन वर्षों यानी 2024-25 से 2026-27 तक बढ़ाने का मुख्यमंत्री का सराहनीय निर्णय
• शहरों और महानगरों में भौतिक सामाजिक बुनियादी ढांचा विकास और अनूठी पहचान के विभिन्न कार्यों के लिए स्वर्णिम जयंती मुख्यमंत्री शहरी विकास योजना में 57 हजार करोड़ रुपए का प्रावधान
• अब तक 48 हजार करोड़ रुपए के 2.84 लाख कार्यों को दी गई मंजूरी
मुख्यमंत्री श्री भूपेंद्र पटेल ने राज्य में शहरी जनजीवन की सुख-सुविधाओं में वृद्धि की दिशा में एक और महत्वपूर्ण कदम उठाते हुए ‘स्वर्णिम जयंती मुख्यमंत्री शहरी विकास योजना’ को अगले तीन वर्षों के लिए बढ़ाने का निर्णय किया है।
उल्लेखनीय है कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने राज्य में बढ़ते शहरीकरण के चलते शहरीजनों की बुनियादी सुविधाओं एवं जरूरतों को पूरा करने के उद्देश्य से इस योजना को शुरू किया था। उन्होंने वर्ष 2009-10 में तत्कालीन मुख्यमंत्री के तौर पर गुजरात की स्थापना के 50 वर्ष पूरे होने पर स्वर्ण जयंती समारोह के अवसर पर ‘स्वर्णिम जयंती मुख्यमंत्री शहरी विकास योजना’ आरंभ की थी।
इस योजना के अंतर्गत शहरों और महानगरों को भौतिक ढांचागत सुविधाओं के तहत स्टॉर्म वाटर ड्रेनेज सिस्टम, जल संग्रहण और तालाब सौंदर्यीकरण के कार्यों, शहरी सड़क, जलापूर्ति, सीवरेज व्यवस्था सहित स्ट्रीट लाइट आदि के कार्यों के लिए अनुदान आवंटित किया जाता है।
इतना ही नहीं, सामाजिक बुनियादी ढांचा सुविधाओं के तहत शहरी स्वास्थ्य केंद्र, हॉस्पिटल, आंगनबाड़ी, पुस्तकालय या स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स जैसी सुविधाओं के कार्यों का भी समावेश किया गया है।
स्वर्णिम जयंती मुख्यमंत्री शहरी विकास योजना के जरिए अर्बन मोबिलिटी के अंतर्गत शहरी बस सेवा, यातायात प्रबंधन, रेलवे ओवरब्रिज, अंडर ब्रिज, रिंग रोड, फ्लाईओवर ब्रिज और अंडरपास जैसे कार्य भी किए जा सकते हैं।
इसके अलावा, शहरों की अनूठी पहचान स्थापित करने वाले कार्यों में हेरिटेज और पर्यटन, प्रदर्शनी हॉल, पंचशक्ति थीम-आधारित ट्रैफिक आइलैंड्स, रिवरफ्रंट, वाटर बॉडी, लैंडस्केपिंग, साइंस सेंटर, प्लेनेटोरियम, म्यूजियम और एम्फी थियेटर जैसे कार्यों का भी इस योजना में समावेश किया गया है।
राज्य सरकार ने अब तक नगरों और महानगरों में इस तरह के लगभग 2 लाख 84 हजार से अधिक कार्यों के लिए 48 हजार 736 करोड़ रुपए मंजूर किए हैं। वहीं, इस फ्लैगशिप योजना के लिए अब तक 57 हजार करोड़ रुपए का बजट प्रावधान किया गया है।
मुख्यमंत्री श्री भूपेंद्र पटेल ने इस योजना को मिल रहे व्यापक जनसमर्थन तथा शहर कल्याण के विभिन्न कार्यों में योजना के लाभों की जरूरतों के संदर्भ में इस फ्लैगशिप योजना को और तीन वर्षों तक जारी रखने का सराहनीय निर्णय किया है।
मुख्यमंत्री श्री भूपेंद्र पटेल के इस जनहितैषी निर्णय के परिणामस्वरूप अब स्वर्णिम जयंती मुख्यमंत्री शहरी विकास योजना अगले तीन वर्षों के लिए यानी वर्ष 2024-25 से 2026-27 तक लागू रहेगी।