महाशिवरात्रि (Mahashivratri) का त्यौहार 8 मार्च को मनाया जाना है इस दिन का सभी को बेसब्री से इंतजार है. इस त्यौहार को विवाहित हो या अविवाहित सभी लोग बहुत उत्साह से मानते है इस दिन कहा जात है की शिव जी का विवाह हुआ था और इस दिन कुछ उपाय करने से जीवन में सुख समृद्धि आती है और वैवाहिक जीवन में परेशानी नहीं आती है, शिवरात्रि का त्यौहार हर स्थान पर अलग-अलग मनाया जाता है ऐसे में आइये जानते है इसको हर जगह भिन्न-भिन्न मनाने की परम्परा:
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भारत में महा शिवरात्रि (Mahashivratri) कैसे मनाई जाती है?
महाशिवरात्रि (Mahashivratri) का शुभ अवसर विभिन्न संस्कृतियों और क्षेत्रों में अलग-अलग तरीकों से मनाया जाता है। तमिलनाडु राज्य में शिवरात्रि का यह त्यौहार अन्नामलाई मंदिर में मनाया जाता है। इस दिन भक्त पहाड़ी की चोटी पर स्थित शिव के मंदिर के चारों ओर 14 किलोमीटर की यात्रा कर गिरिवलम या गिरि प्रदक्षिणा में भाग लेते हैं।
मंडी शहर में मंडी मेले का आयोजन किया जाता है जहां पूरे भारत से श्रद्धालु आते हैं। ऐसी मान्यता है कि इस दिन लगभग 200 हिंदू देवी-देवता मंडी में इकट्ठा होते हैं।
पश्चिम बंगाल में, अविवाहित महिलाएं मनपसंद वर की प्रार्थना करने के लिए पवित्र स्थान तारकेश्वर की यात्रा करती हैं।
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यही नहीं इस दौरान महिला भक्त शिवलिंग को दूध से स्नान कराती हैं और अपने बेटों और पतियों की सलामती के लिए प्रार्थना करती हैं। हिंदू पौराणिक कथाओं के अनुसार माना जाता है की पार्वती ने इस दिन एक पतिव्रता स्त्री के रूप में पति को पहुंचाने वाली किसी भी बुराई को दूर करने के लिए प्रार्थना की थी। तब से, महा शिवरात्रि को महिलाओं के लिए एक शुभ दिन माना जाता है।
इस दिन भक्त सूर्योदय से पूर्व गंगा या किसी पवित्र नदी में स्नान करते हैं । इस दिन सूर्य, शिव और विष्णु की पूजा जैसा की जाती है। स्नान करने के बाद, भक्त कपड़े पहनते हैं और शिवलिंग पर जल चढाते हैं। भक्त शिवलिंग को माला-फूलों से सजाते हैं। फल और अगरबत्ती भी अर्पित की जाती है।
इन मंदिरों पर हर्षोल्लास से मनाया जाता है महाशिवरात्रि (Mahashivratri) का त्यौहार :
महाशिवरात्रि का त्यौहार हर मंदिर में भिन्न भिन्न प्रकार से मनाया जाता है आइये जानते है कुछ प्रसिद्द मंदिरों का उत्सव :
नीलकंठ महादेव मंदिर, हरिद्वार, उत्तराखंड: हरिद्वार के इस मंदिर में महाशिवरात्रि के दौरान हर की पौड़ी के घाट पर पूजा की जाती हैं।
उमानंद मंदिर, गुवाहाटी, असम: ब्रह्मपुत्र नदी में मोर द्वीप पर स्थित, उमानंद मंदिर में महाशिवरात्रि के दौरान एक विशेष मेले का आयोजन किया जाता है.
भवनाथ तलेटी, जूनागढ़, गुजरात: जूनागढ़ का शिवरात्रि मेला एक प्रमुख आकर्षण है, जो हजारों आगंतुकों को आकर्षित करता है। पांच दिनों तक चलने वाले इस मेले में गुजरात की समृद्ध संस्कृति की झलक देखने को मिलती है।
‘महाकालेश्वर मंदिर, उज्जैन, मध्य प्रदेश: 12 ज्योतिर्लिंगों में से एक इस मंदिर में क्षिप्रा नदी के तट पर महाशिवरात्रि का त्यौहार हर्षोल्लास से मनाया जाता है।